Description
मैथिलीक युवा कवि निशाकरक ई संग्रह प्रकाशक बाद बहुत चर्चा मे रहल। सिमरियाक कात-करोटक स्त्री-पुरुष सभ भोरे-भोर गंगा-स्नान लेल गीत गबैत जाइत छथि। हुनका सभकें ‘गंगनहौन’ कहल जाइत छनि। ओही ‘गंगनहौन’क कथा-व्यथाक संग देशकालक पड़ताल एहि संग्रह कविता सभ करैत अछि।
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