Description
अंतरंग भारतीय भाषाओं की अनुवाद पत्रिका है। इसमें विभिन्न भारतीय भाषाओं का साहित्य हिंदी के माध्यम से प्रस्तुत किया जाता है। साहित्य के सजग पाठकों के लिए यह एक जरूरी पत्रिका है। अपनी स्तरीयता के कारण लोकप्रिय यह पत्रिका के पाठक देश-विदेश में फैले हैं।
व्याख्यान
भारतीय समाज और धर्म-निरपेक्षता : रोमिला थापर
स्मृति-शेष
केदारनाथ सिंह : विश्वनाथ त्रिपाठी एवं देवशंकर नवीन के लेख
कविताएं
कविता कर्मकार (असमिया), सुस्मिता पाठक (मैथिली), अशोक सिंह, परितोष कुमार पीयूष, मंजूषा मन और रोमिशा की हिंदी कविताएं।
कहानियां
भवेन्द्रनाथ सैंकिया (असमिया), कांचीनाथ झा किरण एवं सुभाष चन्द्र यादव (मैथिली), सिनीवाली (हिंदी), संयुक्ता महांति (ओडिया)
पुस्तक समीक्षा
Reviews
There are no reviews yet.