Description
अंतरंग भारतीय भाषाओं की अनुवाद पत्रिका है। इसमें विभिन्न भारतीय भाषाओं का साहित्य हिंदी के माध्यम से प्रस्तुत किया जाता है। साहित्य के सजग पाठकों के लिए यह एक जरूरी पत्रिका है। अपनी स्तरीयता के कारण लोकप्रिय यह पत्रिका के पाठक देश-विदेश में फैले हैं।
साक्षात्कार
छीना-झपटी से भाषा समृद्ध नहीं होती – देवशंकर नवीन
आलेख
मैथिली भाषा और संस्कृति- सुनीति कुमार चटर्जी
हिंदी तुलनात्मक साहित्य के प्रथम आचार्य- जानकी बल्लभ शास्त्री : देवशंकर नवीन
कविता में वाजिब हस्तक्षेप का कवि: उदय ना सिंह नचिकेता – अरुणाभ सौरभ
विज्ञापन की माया, माया का विज्ञापन- बसंत कुमार राय
कविताएं
मनप्रसाद सुब्बा (नेपाली), एन गोपि (तेलुगु), अजित आजाद (मैथिली), सुशांत सुप्रिय, सीमा संगसार, मनोज कुमार श्रीवास्तव
कहानियां
अन्तोन चेखव (रूसी), ममता शर्मा (हिंदी), बन्ति शेनखोवा (असमिया), बलदेव सिंह (पंजाबी), यशपाल निर्मल (डोगरी)
सिनीवाली का व्यंग्य
पुस्तक समीक्षा
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