Description
अंतरंग भारतीय भाषाओं की अनुवाद पत्रिका है। इसमें विभिन्न भारतीय भाषाओं का साहित्य हिंदी के माध्यम से प्रस्तुत किया जाता है। साहित्य के सजग पाठकों के लिए यह एक जरूरी पत्रिका है। अपनी स्तरीयता के कारण लोकप्रिय यह पत्रिका के पाठक देश-विदेश में फैले हैं।
बाजारवाद और मैथिली कहानी पर केन्द्रित अंक
आलेख– मोहन भारद्वाज और देवशंकर नवीन
कहानियां – रमानन्द रेणु, राजमोहन झा, जीवकान्त, सुभाषचन्द्र यादव, राजेन्द्र विमल, विभूति आनन्द, अशोक, शिवशंकर श्रीनिवास, प्रदीप बिहारी, तारानन्द वियोगी, देवशंकर नवीन, विभा रानी, नारायण जी, अनलकान्त, अजित कुमार आजाद, श्याम दरिहरे। साथ में पुस्तक समीक्षा।
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