Description
साहित्य अकादेमी पुरस्कार सं सम्मानित रचनाकार प्रदीप बिहारीक ई उपन्यास नेपालक पुबरिया पक्खाक आंचलिकताकें समेटने अछि। ज्ञातव्य से नेपालक भद्रपुरमे चाउर आ तेलक मिल छलैक आ ओतय मिथिलाक लोक सभ मजूर आ देमानजी होइत छलाह। हुनकेलोकनिक व्यथा-कथा के उकेरैत ई उपन्यास प्रस्तुत भेल अछि। ‘विसूवियस’ इटलीक एकटा जगह छैक, जत’ बड़ीटा ज्वालामुखी फुटल रहैक। एहू उपन्यास मे संघर्ष छैक, शोषण छैक, शोषणक प्रति आन्दोलन होइत छैक। आमलोक जीतैत अछि। आदि, आदि। 1986 ई. मे प्रकाशित ई उपन्यास ताहि समयक नेपाली आ मधेशीक बीच खाधि आ मधेशीक प्रति दुर्भावनाक पड़ताल सेहो करैत अछि।
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